राष्ट्रीय प्रस्तावना न्यूज नेटवर्क।
हरदोर्ई। जिलाधिकारी मंगला प्रसाद सिंह की सख्ती के बाद तहसील सदर में बंद कमरे में रखीं फाइलों को बाहर निकाला गया। डीएम के आदेश के बाद 10 कर्मचारियों को फाइलों की जांच के लिए लगाया गया है। इसके लिए नोडल अधिकारी की भी तैनाती कर दी गई है।
पिछले दिनों डीएम मंगला प्रसाद सिंह ने तहसील सदर का निरीक्षण किया था। इस दौरान स्टोर रूम में कोर्ट की जरूरी फाइलें बंद मिली थी। जिस पर उन्होंने जिम्मेदारों की जमकर फटकार लगाते हुए उस रूम में ताला डलवा दिया था। इसके लिए निरीक्षण के दौरान कंप्यूटरीकृत खतौनी कक्ष से सटा एक कमरा बंद मिला था। डीएम ने जब उस कमरे की चाबी मांगी तो कर्मचारी बहाना करने लगे। उन्होंने सख्ती की तो कर्मचारी चाबी लेकर आए थे। कमरा खुलवाने पर वहां पर तमाम फाइलें कूड़े के ढ़ेर में पड़ी मिली थीं। कमरे से बदबू आ रही थी। जिस पर उन्होंने कमरे को फिर से बंद करवा दिया था। तहसील के निरीक्षण के बाद डीएम ने एक लेखपाल सहित दो को निलंबित कर दिया था। जबकि तीन अन्य लिपिकों को प्रतिकूल प्रविष्टि जारी करने के निर्देश दिए थे। इसके बाद शनिवार को डीएम के आदेश पर बंद कमरे से फाइलें निकालकर उनकी जांच शुरू हो गर्ई। इसके लिए 10 कर्मचारियों को लगाया गया है। मॉनीटरिंग के लिए अतिरिक्त मजिस्ट्रेट पूनम भास्कर को नोडल अधिकारी बनाया गया है। डीएम ने बताया कि जांच के बाद लापरवाही मिलने पर संबंधित के खिलाफ कार्रवाई तय है।