राष्ट्रीय प्रस्तावना न्यूज नेटवर्क।
लखनऊ। सृजन शक्ति केंद्र की महासचिव कविता प्रकाश मिश्रा ने न्यायालयों में भगवान चित्रगुप्त की मूर्ति स्थापित कराने की मांग की है।
प्रधानमंत्री को संबोधित जारी पत्र में केंद्र की महासचिव कविता प्रकाश मिश्रा ने कहा कि वह कायस्थ वाहिनी अंतर्राष्ट्रीय के प्रमुख पंकज भैया कायस्थ की मांग का समर्थन करते हैं। चूंकि न्याय के देवता भगवान चित्रगुप्त ही हैं और उनके पास सभी जीवों के कर्मों का लेखा-जोखा होता है। उन्होंने कहा कि एक जुलाई को भारत सरकार ने न्यायालय की न्याय प्रणाली में कुछ धाराओं और नामों को इस आशय के साथ परिवर्तित किया था कि उनसे गुलामी के समय से चली आ रही अवधारणा बदल जाए। जबकि न्यायालय में रोमन देवी जस्टिशिया की मूर्ति आज भी गुलामी के प्रतीक के रूप में विराजमान है। लिहाजा वह मांग करती हैं कि रोमन देवी जस्टिशिया की मूर्ति हटाकर भगवान चित्रगुप्त की मूर्ति स्थापित की जाए।