There is no hope from the police administration in Ayodhya that the Chief Minister will resolve the dispute - Suman Pathak
  • February 9, 2025
  • kamalkumar
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राष्ट्रीय प्रस्तावना न्यूज़ नेटवर्क अयोध्या : अयोध्या के प्रसिद्ध श्रीराम मंदिर के पास स्थित स्वर्गद्वार मोहल्ले में मंदिर को लेकर विवाद उठ खड़ा हुआ है, महंत सुमन पाठक ने प्रेस वार्ता में अपनी समस्या का खुलासा किया। महंत सुमन पाठक का आरोप है कि जब वह मंदिर में पूजा करने जाती हैं, तो विपक्षी बनारसी देवी और उनके समर्थक उन्हें परेशान करते हैं और मंदिर के एक हिस्से को अवैध रूप से कब्जा करने का प्रयास करते हैं। महंत सुमन पाठक ने बताया कि उनकी पांच पीढ़ियां इस मंदिर में पूजा अर्चन का कार्य करती आई हैं, लेकिन 1998 में बनारसी देवी ने मंदिर के निचले तल का फर्जी बैनामा करवा लिया। सुमन पाठक ने कहा, “जब मैं मंदिर में पूजा करने जाती हूं तो मुझे मार-पीट और गाली-गलौज का सामना करना पड़ता है। विपक्षी मुझे परेशान करने और मंदिर के ऊपरी हिस्से को कब्जा करने की कोशिश कर रहे हैं। मैंने कई बार स्थानीय चौकी में शिकायत की, लेकिन हर बार चौकी इंचार्ज ने दोनों पक्षों का चालान कर दिया और मुझे न्याय नहीं मिला।”
महंत ने यह भी कहा कि 2021 में भी उनसे मारपीट की गई जिसके शिकायत स्थानीय चौकी वह अधिकारियों से भी किया गया। उनकी शिकायतों के बावजूद प्रशासन ने कोई ठोस कार्रवाई नहीं की। वह यह भी स्पष्ट करती हैं कि यह संपत्ति श्रीमंत राघुजी राजे अजीत सिंह भोंसले सेवइत द्वारा मुख्य पत्र सुमन पाठक नियुक्त हैं।सुमन पाठक ने कहा, “मुझे न्याय नहीं मिल रहा है, और अगर प्रशासन इस मामले में संजीदगी नहीं दिखाता है, तो मैं प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मिलकर न्याय की मांग करूंगी।” उनके इस बयान से यह स्पष्ट होता है कि यह विवाद अब अदालत में चल रहा है और महंत सुमन पाठक न्याय के लिए अधिकारियों से अपील कर रही हैं।सुमन पाठक की शिकायतों और आरोपों को लेकर अयोध्या प्रशासन को गंभीर कदम उठाने की आवश्यकता है, ताकि मंदिर में पूजा-अर्चन करने की स्वतंत्रता सुनिश्चित की जा सके। यह मामला अब प्रशासन और न्यायालय की नजरों में है, और सभी की उम्मीद है कि जल्दी ही कोई सकारात्मक हल निकलेगा।

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