हरदोई : अयोध्या में 22 जनवरी को होने वाले श्री रामलला प्राण प्रतिष्ठा समारोह में हरदोई जिले के छह संत भी शामिल होंगे। इन संतों की सूची और निमंत्रण पत्र गुरुवार को आ गए। राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के विचार परिवार के जिम्मेदारों ने गुरुवार से ही आमंत्रित किए गए सदस्यों से मिलकर उन्हें निमंत्रण पत्र सौंपना भी शुरू कर दिया।
अयोध्या के राम मंदिर में होने जा रहे प्राण प्रतिष्ठा समारोह में हर जनपद से कुछ चुनिंदा लोगों को बुलाया जा रहा है। हरदोई जनपद से उक्त समारोह के लिए किसी को भी बुधवार तक निमंत्रित न किया जाना चर्चा का विषय था, लेकिन गुरुवार सुबह इन चर्चाओं पर विराम लग गया।
विश्व हिंदू परिषद के जिलाध्यक्ष आशीष माहेश्वरी ने बताया कि गुरूवार को विहिप के प्रांत धर्माचार्य प्रमुख विमल अयोध्या से निमंत्रण पत्र लेकर हरदोई पहुंचे। सभी आमंत्रित संतों को निमंत्रण पत्र देकर प्राण प्रतिष्ठा समारोह में पहुंचने का अनुरोध किया गया। कहा गया कि सभी संत 18 जनवरी को अयोध्या पहुंच जाएं।
अयोध्या के श्रीराम जन्म भूमि तीर्थ क्षेत्र पुरम में संतों के रुकने और भोजन की व्यवस्था की गई है। आमंत्रण पत्र वितरित किए जाने के दौरान उन्नाव विभाग के संपर्क प्रमुख सुशील, जिला कार्याध्यक्ष मोहित मिश्रा, जिला मंत्री गौरव, सह जिला मंत्री राहुल, जिला संयोजक बजरंग दल ऋषभ अग्निहोत्री आदि मौजूद रहे।
इन संतों को मिला निमंत्रण
- चंद प्रकाश दास जी: वैष्णव संप्रदाय के संत हैं। महाराज राम जानकी आश्रम बघौली में रहते हैं। नैमिष के 84 काेषीय परिक्रमा समिति के उपाध्यक्ष और विश्व हिंदू परिषद के प्रांत मार्गदर्शन मंडल के सदस्य हैं।
- प्रहलाद दास जी महाराज: वैष्णव संप्रदाय के संत प्रहलाद दास नैमिष की 84कोषीय परिक्रमा समिति के उपाध्यक्ष और विश्व हिंदू परिषद के प्रांत मार्गदर्शन मंडल के सदस्य हैं। राम जानकी आश्रम में रहते हैं।
- स्वामी आत्मानं गिरि जी महाराज: दस नामी जूना अखाड़ा के संत हैं। शाहाबाद में रहते हैं।
- स्वामी पगला आश्रम जी महाराज: संडीला तहसील क्षेत्र अंतर्गत भरावन में गोमती किनारे ग्राम झूला में रहते हैं। गोमती मठ पीठाधीश्वर शंकराचार्य घाट हैं।
- रामकृष्ण दास जी महाराज: बघौली के तुलसीमनि बाबा आश्रम के संस्थापक हैं।
- बच्चा बाबा जी महाराज: रानीखेड़ा में आश्रम है। बाबा नीम करोरी और हनुमान जी की सिद्धि के लिए विख्यात हैं।