
राष्ट्रीय प्रस्तावना न्यूज़ नेटवर्क कानपुर। रावतपुर के मसवानपुर इलाके में मकान कब्जाने के मामले में कल्याणपुर निवासी मन्नीलाल की शिकायत पर पुलिस ने उसके भाई,भतीजे और भतीजे की पत्नी के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।पीड़ित का आरोप है कि उसके हिस्से की संपत्ति को कूट रचित दस्तावेजों के जरिए हड़पने की साजिश रची गई। मन्नीलाल ने बताया कि उन्होंने अपने भाई जगन्नाथ (निवासी मैथा,कानपुर देहात) के साथ मिलकर मसवानपुर में एक प्लॉट खरीदा था और उस पर अपने हिस्से में कमरा व बरामदे समेत मकान बनवाया था।वर्ष 2000 में उन्होंने एक और संपत्ति खरीदकर अपने परिवार के साथ वहां रहना शुरू कर दिया।इसी दौरान भाई के कहने पर उन्होंने भतीजे सतीश व उसकी पत्नी पिंकी को पहले वाले मकान में केवल रहने की अनुमति दी थी, शर्त यह थी कि आवश्यकता पड़ने पर मकान खाली कर देंगे। मन्नीलाल ने बताया कि अब वह अपने पुत्र के विवाह की तैयारी कर रहे हैं,जिसके लिए उन्हें मकान की जरूरत है।जब उन्होंने मकान खाली कराने की बात कहीमकान कब्जाने के आरोप में ससुर,भतीजा व बहू के खिलाफ मुकदमा दर्ज ,तो भाई,भतीजा और भतीजे की पत्नी ने गाली-गलौज करते हुए कहा कि वह मकान अब उनके नाम है और इसका दान पत्र भी रजिस्टर्ड हो चुका है।शिकायतकर्ता ने अधिवक्ता के जरिए जांच करवाई,जिसमें खुलासा हुआ कि 30 अक्टूबर 2023 को भाई जगन्नाथ ने धोखाधड़ी से फर्जी दस्तावेज तैयार कर मकान का दान पत्र बहू पिंकी के नाम रजिस्टर्ड करा दिया है।इसके बाद उन्होंने रावतपुर थाने में शिकायत दी, लेकिन तीन महीने तक कोई कार्रवाई नहीं हुई।अंततः उन्होंने पुलिस आयुक्त से न्याय की गुहार लगाई।आदेश के बाद पुलिस ने धोखाधड़ी, जालसाजी और कूट रचित दस्तावेज तैयार करने की धाराओं में मुकदमा दर्ज कर लिया है।रावतपुर इंस्पेक्टर केके मिश्रा ने बताया कि मामले की गंभीरता को देखते हुए जांच शुरू कर दी गई है और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।