
राष्ट्रीय प्रस्तावना न्यूज़ नेटवर्क
कानपुर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को कानपुर में जनसभा की। 45 मिनट के भाषण में उन्होंने आतंक को लेकर पाकिस्तान को कड़ा संदेश दिया। कहा, बेटियों के सिंदूर का आक्रोश दुनिया ने देखा। हमारी सेना ने ऐसा पराक्रम दिखाया कि पाकिस्तानी सेना को गिड़गिड़ा कर युद्ध रोकने की मांग करने पर मजबूर होना पड़ा। अगर मैं कनपुरिया अंदाज में कहूं तो-दुश्मन कहीं भी हो, हौंक दिया जाएगा। हमारे भारतीय हथियारों ने और ब्रह्मोस मिसाइल ने दुश्मन के घर में घुसकर तबाही मचाई है। आतंकियों के ठिकानों को सैकड़ों मील अंदर जाकर तबाह किए। इससे पहले, मोदी ने कानपुर एयरपोर्ट पर शुभम द्विवेदी के परिवार से मुलाकात की। मोदी ने शुभम द्विवेदी की पत्नी ऐशन्या, मां सीमा और पिता संजय द्विवेदी से मुलाकात की। शुभम के चाचा मनोज द्विवेदी ने बताया कि पीएम परिवार से मिलकर भावुक हो गए। ऐशन्या और शुभम के पिता की आंखों से आंसू निकल आए तो पीएम ने ढांढस बंधाया। शुभम की मौत पहलगाम आतंकी हमले में हुई थी। पत्नी ऐशन्या के सामने उन्हें गोली मारी गई थी। इस हमले में 26 लोग मारे गए थे। पहलगाम के कायराना हमले में हमारे कानपुर के बेटे शुभम द्विवेदी भी बर्बरता का शिकार हुए। बेटी ऐशन्या की वो पीड़ा, वो कष्ट और भीतर का आक्रोश हम सब महसूस कर सकते हैं। हमारी बहनों-बेटियों का वही आक्रोश ऑपरेशन सिंदूर के रूप में पूरी दुनिया ने देखा है। स्वतंत्रता संग्राम की इस धरती से मैं सेना के इस शौर्य को बार-बार सैल्यूट करता हूं। मैं फिर कहना चाहता हूं कि ऑपरेशन सिंदूर के दौरान जो दुश्मन गिड़गिड़ा रहा था, वो किसी धोखे में न रहे। ऑपरेशन अभी खत्म नहीं हुआ है। पाकिस्तान का यह खेल अब नहीं चलने वाला। अगर मैं कनपुरिया अंदाज में कहूं तो- दुश्मन कहीं भी हो, हौंक दिया जाएगा। ऑपरेशन सिंदूर में जिस ब्रह्मोस मिसाइल ने दुश्मनों को सोने नहीं दिया, उस ब्रह्मोस मिसाइल का भी नया पता है-उत्तर प्रदेश। भारत ने आतंक के खिलाफ अपनी लड़ाई में तीन सूत्र स्पष्ट रूप से तय किए हैं। 1- भारत हर आतंकी हमले का करारा जवाब देगा, उसका समय, तरीका और शर्तें हमारी सेनाएं खुद तय करेंगी। 2- भारत अब एटम बम की गीदड़भभकी से नहीं डरेगा और न ही उसके आधार पर कोई फैसला लेगा। 3- आतंक के आका और आतंक की सरपरस्त सरकार को भारत एक ही नजर से देखेगा। ऑपरेशन सिंदूर में दुनिया ने भारत के स्वदेशी हथियारों और मेक इन इंडिया की ताकत भी देखी है। हमारे भारतीय हथियारों ने और ब्रह्मोस मिसाइल ने दुश्मन के घर में घुसकर तबाही मचाई है। जहां टारगेट तय किया, वहां धमाके किए। ये ताकत हमें आत्मनिर्भर भारत के संकल्प से मिली है। एक समय था, जब भारत सैन्य जरूरतों के लिए, अपनी रक्षा के लिए दूसरे देशों पर निर्भर था। हमने उन हालातों को बदलने को शुरुआत की। लखनऊ-कानपुर एक्सप्रेसवे को पूर्वांचल एक्सप्रेसवे और गंगा एक्सप्रेसवे से जोड़ा जाएगा। कानपुर-फर्रूखाबाद रेलवे लाइन एलिवेटेड बनाई जाएगी। इस रेलवे लाइन पर 18 रेलवे क्रॉसिंग पड़ती थीं, जिससे लोगों को घंटों इंतजार करना पड़ता था। अब उन्हें राहत मिलेगी। उत्तर प्रदेश पहले ही इंटरनेशनल एयरपोर्ट वाला राज्य बन चुका है। इस साल के बजट में हमने ‘मिशन मैन्युफैक्चरिंग’ की घोषणा की है, जिससे लोकल बिजनेस और उद्योग को बढ़ावा मिलेगा। कुछ समय पहले तक हमारी एमएसएमई को इस तरह से दिखाया जाता था कि डर लगता था। हमने इस प्रणाली को बदला। इस बजट में हमने इसका दायरा बढ़ाया है। बीते 10 सालों में हमने कई बड़े फैसले लिए हैं। कानपुर के चमड़ा और होजरी उद्योग को सशक्त किया जा रहा है। सरकार ने इस बजट में 12 लाख तक की आय को टैक्स फ्री किया है। हम उत्तर प्रदेश को नई ऊंचाइयों तक ले जाने के लिए कोई कसर नहीं छोड़ेंगे।आज कानपुर मेट्रो की ऑरेंज लाइन का विस्तार हो गया है। पहले एलिवेटेड और अब अंडरग्राउंड। जो इन्फ्रास्ट्रक्चर, जो सुविधाएं, जो संसाधन बड़ी-बड़ी मेट्रो सीटी में होती हैं। वो सब अब अपने कानपुर में भी दिखने लगी हैं। कानपुर मेट्रो इस बात का सबूत है कि अगर सही इरादों, मजबूत इच्छाशक्ति और नेक-नीयत वाली सरकार हो, तो देश और प्रदेश के विकास के लिए कैसे ईमानदारी से प्रयास होते हैं। जिस यूपी की पहचान टूटी सड़कों और गड्ढों से होती थी। आज एक्सप्रेस-वे से होती है। यूपी कैसे बदला है, कानपुर वालों से बेहतर कौन जानता है। कुछ दिनों में कानपुर लखनऊ एक्सप्रेस -वे बनने से इसका सफर 40 से 45 मिनट में पूरा होगा। ये पूरे उत्तर प्रदेश के लिए गर्व की बात है कि वो डिफेंस सेक्टर में आत्मनिर्भरता में बड़ी भूमिका निभा रहा है। जैसे कानपुर में पुरानी ऑर्डिनेंस फैक्ट्री है, ऐसी 7 ऑर्डिनेंस फैक्टियों को हमने बड़ी आधुनिक कंपनियों में बदल दिया है। एक समय जहां से पारंपरिक उद्योग पलायन कर रहे थे। वहां अब डिफेंस सेक्टर की बड़ी कंपनियां आ रही हैं। यहां पास में ही अमेठी में एके203 राइफल का निर्माण शुरू हो चुका है। ऑपरेशन सिंदूर में जिस ब्रह्मोस मिसाइल ने दुश्मनों को सोने नहीं दिया, उस ब्रह्मोस मिसाइल का भी नया पता है-उत्तर प्रदेश।