
राष्ट्रीय प्रस्तावना न्यूज़ नेटवर्क लखनऊ :
कांग्रेस जातीय जनगणना करवा सकती थी लेकिन ये भी मोदी के हाथों होना था: केशव
राष्ट्रीय प्रस्तावना न्यूज़ नेटवर्क लखनऊ : लखनऊ । मोदी सरकार ने देश में जातीय जनगणना का ऐलान किया है,जिसे मोदी सरकार का मास्टर स्ट्रोक माना जा रहा है। कई लोग इस तरह के सवाल भी उठा रहे हैं कि क्या हिन्दू और सनातन की बात करने वाली बीजेपी अब जाति की राजनीति पर आगे बढ़ रही है। यूपी के डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य का बयान सामने आया है, जिससे साफ है कि भारतीय जनता पार्टी ने जाति जनगणना के बावजूद धर्म के मुद्दे पर पीछे हटने वाली नही हैं।केशव प्रसाद मौर्य ने अपने आधिकारिक ट्विटर हैंडल पर जातीय जनगणना के मुद्दे को लेकर राहुल गांधी और कांग्रेस पर जोरदार हमला किया।उन्होंने कहा कि पीएम मोदी ने राम और रोटी के बीच सेतु बनाकर सियासत कर सारे समीकरण बदल दिए हैं। उन्होंने कहा, कांग्रेस अपनी सरकार में जातीय जनगणना करवा सकती थी लेकिन तब राहुल गांधी के पास घूमने के अलावा कोई काम नहीं होता था।डिप्टी सीएम ने लिखा, श्दशकों तक देश पर शासन करने वाली कांग्रेस के शाही परिवार के पास एक दशक पहले तक डॉ. मनमोहन सरकार का रिमोट कंट्रोल हाथ में था और वह जातिगत जनगणना कराकर उपेक्षित पिछड़ों के साथ न्याय कर सकता था लेकिन तब राहुल गांधी दुनिया भर में घूमने के अलावा और कोई काम नहीं करते थे। प्रधानमंत्री बनने से पहले जब नरेंद्र मोदी ने लोकसभा चुनाव 2014 के पहले हुंकार भरी कि उनका ताल्लुक पिछड़ा वर्ग से है और फिर प्रधानमंत्री बनकर उन्होंने राम और रोटी के बीच सेतु बनकर देश की राजनीति के तमाम समीकरणों को बदल कर रख दिया, तब कांग्रेस की तंद्रा टूटी और रात-दिन पिछड़ा-पिछड़ा का राग अलापने लगी। जातिगत जनगणना जैसा महती काम भी मोदी के हाथों होना था। कांग्रेस और उसके साथी दलों की राजनीति जहां खघ्त्म होती है, मोदी की राजनीति वहां से शुरू होती है।यह हुनर वह कई बार दिखा चुके हैं।