
जहरीला पानी पीने से पशु हो रहे बीमार,आए दिन मौत के शिकार हो रहे पशु। अब तक कई लोग गवां चुके है आंखे ग्रामीणों ने बताया जहरीले पानी से जमीन हो रही बंजर
उड़ती राखी से वाहन चालक परेशान,सड़क पर चलना हुआ है दूभर।
कई लोगों की जा चुकी आंखों की रोशनी।हजारों शिकायतें होने के बाबजूद नहीं हुई कार्यवाही।
राष्ट्रीय प्रस्तावना न्यूज़ नेटवर्क शाहजहांपुर : राज्य से लेकर पूरे भारत में अपनी उत्पादन क्षमता और बेहतरीन पेपर की छपाई से पहचान बना चुकी केआर पेपर मिल से आम जन मानस को काफी मुसीबतों का सामना करना पड़ रहा है। फैक्ट्री से निकलती जहरीली गन्दगी नाली तथा नालों में डाली जा रही है जिसके छूने मात्र से ही तमाम बीमारियां पनप जाती हैं अगर भूलबस ये गंदगी उक्त पानी किसी जानवर के पेट में चला गया तो उसकी मौत निश्चित है। इतना प्रदूषित और जहरीला गंदगी उक्त पानीइसी प्रकार इस बेहतरीन पेपर प्लांट से निकलने वाली राखी आम जनता के लिए और बड़ी मुसीबत बनी हुई है।प्लांट से निकलने वाली राखी सड़क पर चलने वाले लोगों की आंखों की रोशनी छीन रही है।प्रतिदिन दर्जनों लोग इस राखी के शिकार हो ही जाते हैं।ऐसा नहीं है कि इतनी गम्भीर बात कि शिकायत ना हुई हो लेकिन प्लांट प्रशासन की मजबूत पकड़ से आम आदमी परेशान होकर घर पर बैठ जाना ही उचित समझता है।
गौरतलब है कि राजकीय औद्योगिक नगरी जमौर स्थित के आर पेपर मिल के तीन प्लांट संचालित हैं।शासन से लेकर देश विदेश में अपनी बेहतरीन पेपर उत्पादन की वजह से फैक्ट्री प्रबंधन ने खासी पहचान बनाई है।लेकिन इसके उलट स्थानीय स्तर पर इस फैक्ट्री के तीनों प्लांट से आसपास के एक दर्जन से अधिक गांव के लोग नारकीय जीवन जीने को मजबूर हैं।इसका सबसे बड़ा मुख्य कारण फ़ैट्रियों से निकलता जहरीला गंदगी उक्त पानी है।जमौर बाली बड़ी नहर था जमौर गांव के किनारे से निकाले गए नालों से इस गंदगी उक्त पानी को ऐसे ही छोड़ दिया जाता है।भयंकर बदबू देने वाली इस गंदगी को आम आदमी केवल छूने मात्र से ही बीमार हो जाता है।वहीं यदि किसी पशु ने ये पानी पी लिया तो उसकी मौत निश्चित है।फैक्ट्री के नजदीकी गांव इकनौरा,सिमरिया सहसपुर,गंधार, मोतिहासा बरुआ,अजीजपुर, नौगांवा, महमदपुर, ककड़घटा, पिपरौला जमौर आदि ऐसे दर्जनों गांव हैं जहां के साठ फीसदी लोग इस प्लांट के प्रदूषित पानी की वजह से बीमार रहते हैं।
इसी प्लांट से निकलने वाली राखी से भी प्रतिदिन सैकड़ों लोगों की आंखों की रोशनी जा रही है। छोटे छोटे कड़ों से उक्त इस राखी से शाहजहांपुर से कांट रोड पर निकलना बेहद कष्टकारी होता है।धोखे से भी ये राखी यदि आंख में चली गई तो आंखों को बड़ा नुकसान होना तय है।हालांकि इन मामलों की शिकायत कई बार जिलाधिकारी महोदय से की गई लेकिन जांच में क्या हुआ किसी को नहीं पता।।बीते वर्ष ही जलालाबाद के मोहल्ला नौसारा निवासी रूपराम गुप्ता की आंखों में राखी पड़ गई।काफी इलाज करवाया फिर भी एक आंख की रोशनी चली गई।इसी प्रकार कांट छेत्र के भंडेरी निवासी राधेश्याम प्रजापति की भी आंखों में राखी पड़ने से दोनों आंखों की रोशनी कम हो गई।इधर प्रदूषित और जहरीले पानी से सैकड़ों पशुओं की मृत्यु हुई जिनमें ग्राम अजीजपुर निवासी रूपराम, मोतिहासा निवासी सेवाराम, सिमरिया सहसपुर निवासी राहुल सिंह, महमदपुर निवासी गोपी यादव की भैंस जहरीला और प्रदूषित पानी पीने से बीमार हुई,काफी इलाज करवाया लेकिन उनकी मौत हो गई।इधर प्रदूषित और जहरीले पानी के बारे में प्रदूषण बोर्ड अधिकारी से जानकारी करने बात करने का प्रयास किया तो उनसे संपर्क नहीं हो सका।