राष्ट्रीय प्रस्तावना न्यूज़ नेटवर्क कुशीनगर। जनपद के कसया सीएचसी के प्रयोगशाला कक्ष में मंगलवार को राष्ट्रीय क्षयरोग उन्मूलन कार्यक्रम के तहत जनपद में चलने वाले सीवाई टीबी इंजेक्शन कार्यक्रम का शुभारंभ सीएचसी अधीक्षक डॉ मार्कण्डेय चतुवेर्दी के देख रेख में सम्पन्न हुआ। डॉ मार्कण्डेय चतुवेर्दी ने कहा कि सीवाई टीबी इंजेक्शन से उच्च जोखिम वाले व्यक्तियों में टीबी रोग के संक्रमण की पहचान होगी। उसके बाद उस व्यक्ति को टीबी रोग से बचाव हेतु दवा चलायी जायेगी। उन्होंने कहा कि यह इंजेक्शन केवल सीएचसी पर ही लगेगी। उन्होंने कहा कि सीवाई टीबी टेस्ट केवल टीबी रोग के संक्रमण की पहचान करने के लिये है। यह टीबी रोग से बचाव के लिये कोई टीका नही है। वरिष्ठ क्षयरोग प्रयोगशाला पर्यवेक्षक आशुतोष मिश्र ने कहा कि यह इंजेक्शन 18 वर्ष से ऊपर के व्यक्तियों में ही लगेगा। उन्होंने कहा कि 18 वर्ष से कम आयु के व्यक्तियों तथा पीएल एचआईवी एवं सीएल एचआईवी से संक्रमित व्यक्तियो को नही लगेगा। उन्होंने कहा कि यह उन व्यक्तियों में प्राथमिकता से लगेगी जो उच्च जोखिम वाले हो जिनकी प्रतिरोधक क्षमता कम है,जैसे-डायलिसिस पर चल रहे मरीज,हृदय एवं सांस के रोगी,सुगर के रोगी,गम्भीर बीमारियों से पीड़ित व्यक्ति,टीबी मरीजों के साथ एवं सम्पर्क में रहने वाले व्यक्तियों में। एसटीएस शाहिद अंसारी ने कहा कि इंजेक्शन लगने वाले लाभार्थी को निरूक्षय में पंजीकृत करते समय जाँच की जानकारी रिकॉर्ड की जायेगी। उन्होंने कहा कि जांच का रिपोर्ट 48 से 72 घण्टे के बाद पढा जायेगा। लाभार्थी को इस समय सीमा के बारे में पहले सूचित कर दिया जायेगा।घ्इस दौरान डॉ आशुतोष पांडेय,डॉ गौतम गौरव,डॉ अनामिका,डॉ शौनक श्रीवास्तव, डॉ निधिप्रदा मल्ल,डॉ पल्लवी मिश्र,एलटी विजयकृष्ण द्विवेदी,विनोद वर्मा,स्टाफ नर्स योगेश,रंजीत सिंह,नसीम,अशोक गुप्ता,रामनगीना यादव उपस्थित रहे।

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