
राष्ट्रीय प्रस्तावना न्यूज़ नेटवर्क लखनऊ। नोएडा इंटरनेशनल यूनिवर्सिटी ने लखनऊ के फॉरच्यून होटल में 200 शिक्षकों को सम्मानित किया। शिक्षकों को स्मृति चिह्न और प्रशस्ति पत्र प्रदान किए गए। कार्यक्रम में शिक्षा के बदलते स्वरूप और नई तकनीकों पर चर्चा हुई। मुख्य अतिथि पूर्व डीजीपी डॉ. विक्रम सिंह ने शिक्षा की वर्तमान चुनौतियों पर चर्चा की। उन्होंने शिक्षकों को समाज का मजबूत स्तंभ बताया। डॉ. सिंह ने यूनिवर्सिटी की उपलब्धियों का जिक्र करते हुए बताया कि संस्थान को एनएसीसी की ए ग्रेडिंग मिली है। यूनिवर्सिटी का प्लेसमेंट रिकॉर्ड 100 फीसदी रहा है। इस अवसर पर लखनऊ के प्रमुख शिक्षण संस्थानों के प्रतिनिधियों ने शिरकत की, जिनमें अपराजिता गुप्ता (लखनऊ पब्लिक स्कूल), प्रियंका सिंह (जयपुरिया स्कूल), अंजू सान्याल (आनंद राम जयपुरिया स्कूल), पूनम अरोरा (एमआर जयपुरिया स्कूल) और राजन गुलाटी (सिटी इंटरनेशनल स्कूल) प्रमुख रहे। समारोह में लखनऊ के प्रमुख शैक्षणिक संस्थानों के प्रतिनिधि मौजूद रहे। इनमें अपराजिता गुप्ता, प्रियंका सिंह, अंजू सान्याल, पूनम अरोरा और राजन गुलाटी शामिल रहे। सभी ने शिक्षा में नवाचार पर अपने विचार रखे। यूनिवर्सिटी ने आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस जैसे आधुनिक कोर्स शुरू किए हैं। छात्रों को भविष्य की नौकरियों के लिए तैयार करने पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है। संस्थान रिसर्च के क्षेत्र में भी नए प्रोजेक्ट्स पर काम कर रहा है। कार्यक्रम का संचालन प्रो. डॉ. विनोद नागर ने किया। उन्होंने शिक्षकों को राष्ट्र निर्माण का आधार बताया। उन्होंने इस तरह के कार्यक्रमों की निरंतरता पर बल दिया।