
राष्ट्रीय प्रस्तावना न्यूज़ नेटवर्क रायबरेली : बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ योजना के दस वर्ष पूरे होने के अवसर पर रायबरेली के कंपोजिट विद्यालय भुएमऊ में पीसीपीएनडीटी एक्ट और महिला केंद्रित कानूनों पर जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया। यह कार्यक्रम नोडल अधिकारी/तहसीलदार सदर प्रज्ञा द्विवेदी की अध्यक्षता में संपन्न हुआ।
इस अवसर पर तहसीलदार प्रज्ञा द्विवेदी ने बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ अभियान के महत्व पर प्रकाश डालते हुए कहा कि यह अभियान बेटियों के अधिकारों की रक्षा के साथ-साथ समाज में उनकी स्थिति को सशक्त बनाने में अहम भूमिका निभाता है। उन्होंने कहा कि बेटियां किसी से कम नहीं हैं और उन्हें समाज की मुख्यधारा में लाने के लिए सभी को मिलकर प्रयास करना चाहिए, ताकि वे शिक्षा प्राप्त कर आगे बढ़ सकें।
कार्यक्रम में साइको काउंसलर रोमा परवीन ने पीसीपीएनडीटी एक्ट की विस्तृत जानकारी दी, जिससे बालिकाओं को उनके अधिकारों और सुरक्षा कानूनों की समझ मिल सके।
संरक्षण अधिकारी वीरेंद्र पाल ने महिला कल्याण विभाग की योजनाओं जैसे मुख्यमंत्री बाल सेवा योजना (सामान्य), स्पॉन्सरशिप, मुख्यमंत्री कन्या सुमंगला योजना, वृद्धा पेंशन योजना, महिला हेल्पलाइन नंबर 181 और चाइल्ड हेल्पलाइन नंबर आदि के बारे में विस्तारपूर्वक जानकारी दी।
इस कार्यक्रम का उद्देश्य बालिकाओं को उनके अधिकारों, सुरक्षा और सरकारी योजनाओं के प्रति जागरूक करना था, ताकि वे आत्मनिर्भर और सशक्त बन सकें।