
राष्ट्रीय प्रस्तावना न्यूज़ नेटवर्क
अयोध्या। श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय ने कहा है कि अयोध्या में भव्य राम मंदिर का निर्माण कार्य 2026 तक पूरी तरह से पूर्ण हो जाएगा। उन्होंने बताया कि वर्तमान में मंदिर निर्माण का कार्य तेज़ी से चल रहा है और जनवरी 2024 में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा के बाद से अब तक कई अहम चरणों को सफलतापूर्वक पूरा किया जा चुका है।
चंपत राय ने मीडिया से बातचीत में कहा, “मंदिर का भूतल (ग्राउंड फ्लोर) लगभग तैयार हो चुका है और अब ऊपरी मंज़िलों, सुंदरीकरण, शिल्प कार्य और परिसर के अन्य निर्माण कार्यों पर ज़ोर दिया जा रहा है। हमारा लक्ष्य है कि वर्ष 2026 तक पूरा मंदिर परिसर, जिसमें यज्ञशाला, संग्रहालय, यात्रियों के लिए सुविधाएं और सुरक्षा व्यवस्था शामिल है, पूरी तरह बनकर तैयार हो जाए।”
उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि राम मंदिर सिर्फ एक धार्मिक स्थल ही नहीं, बल्कि भारत की आस्था, संस्कृति और आत्मगौरव का प्रतीक है। उन्होंने श्रद्धालुओं से अपील की कि वे संयम और श्रद्धा के साथ मंदिर निर्माण की प्रक्रिया में सहभागिता बनाए रखें।
गौरतलब है कि अयोध्या में राम मंदिर का निर्माण सुप्रीम कोर्ट के 2019 के ऐतिहासिक फैसले के बाद शुरू हुआ था, जिसके तहत विवादित भूमि रामलला को सौंपी गई और केंद्र सरकार ने मंदिर निर्माण के लिए श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट का गठन किया।
जनवरी 2024 में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की उपस्थिति में रामलला की भव्य प्राण प्रतिष्ठा की गई थी, जिसे देशभर में बड़े उत्साह और धार्मिक भावना के साथ मनाया गया।
अब ट्रस्ट का अगला लक्ष्य है मंदिर को 2026 तक पूरी भव्यता और सुविधा के साथ श्रद्धालुओं के लिए खोलना।