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लखनऊ 12 लोगों का सुसाइड अटेंप्ट मामले में उन्नाव के परिवार ने आरोप लगाया कि उन्हें फर्जी मामलों में फंसाया जा रहा है और जान से मारने की धमकी मिल रही है। पुलिस ने सीएम आवास के पास बचाया।”

लखनऊ। लखनऊ 12 लोगों का सुसाइड अटेंप्ट शनिवार दोपहर सीएम आवास के पास उस समय हलचल मचा गया जब एक ही परिवार के 12 लोगों ने एक साथ जान देने की कोशिश की। पुलिस ने समय रहते सभी को रोक लिया और उन्हें गौतमपल्ली थाने ले जाया गया।

यह परिवार उन्नाव जिले के रहने वाले कप्तान यादव का है।
थाने में कप्तान यादव ने बताया—

“हमारे इलाके के कुछ लोग हमारे पूरे परिवार को मारना चाहते हैं। वे शराब पिलाकर हमें फर्जी मुकदमों में फंसा रहे हैं।”

परिवार ने कहा कि शिकायत कई बार की गई, लेकिन किसी भी स्तर पर कार्रवाई नहीं हुई।

SC-ST केस में फंसाए जाने का आरोप

कप्तान यादव ने बताया—

“तीन महीने पहले हम पर एक झूठा SC-ST केस लगा दिया गया था। उसके बाद लगातार धमकियां मिल रही हैं।”

परिवार का कहना है कि स्थानीय प्रभावशाली लोगों ने उनके खिलाफ अलग-अलग धाराओं में रिपोर्ट लिखवाई, जिससे पूरे परिवार में भय और असुरक्षा बढ़ गई।

सीएम आवास क्यों पहुंचे?

परिवार का कहना है कि जिले में सुनवाई न होने के बाद वे सीधे सीएम योगी आदित्यनाथ से सुरक्षा की गुहार लगाने आए थे।

“अगर हम पर लगाए गए झूठे मुकदमे वापस नहीं हुए और हमारी सुरक्षा नहीं की गई, तो हमें आत्महत्या के अलावा कोई रास्ता नहीं दिख रहा था।”

पुलिस ने सभी को समझाया और मामले की जांच का भरोसा दिया है।

प्रशासन भी इस घटना को गंभीरता से ले रहा है।

घटना के बाद कानून-व्यवस्था पर सवाल

इस घटना ने यूपी में ग्रामीण स्तर पर पुलिस कार्रवाई, झूठे मुकदमों की शिकायतें, कमजोर वर्गों को मिलने वाली सुरक्षा पर बड़ा प्रश्नचिह्न खड़ा कर दिया है।

ऐसी घटनाओं से प्रशासनिक हस्तक्षेप और ठोस जांच की मांग बढ़ रही है।

“देश-दुनिया से जुड़े राजनीतिक और सामयिक घटनाक्रम की विस्तृत और सटीक जानकारी के लिए ‘राष्ट्रीय प्रस्तावना’ के साथ जुड़े रहें। ताज़ा खबरों, चुनावी बयानबाज़ी और विशेष रिपोर्ट्स के लिए हमारे साथ बने रहें।”

विशेष संवाददाता – मनोज शुक्ल

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